Green Matar: मटर पोषण का खज़ाना या पाचन का दुश्मन?

Green Pea: हरे मटर हर घर में खाए जाने वाली एक लोकप्रिय सब्जी है। ये ना सिर्फ स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होती हैं। मगर किसी भी चीज की तरह इनका भी अधिक सेवन आपके स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल सकता है।

आइए एक नजर डालते हैं उन अवांछित प्रभावों पर, जो बहुत सारे हरे मटर खाने से आपको हो सकते हैं:

1. पेट फूलना: हरे मटर में FODMAPs (Fermentable Oligo-, Di-, Mono-saccharides and Polyols) नामक कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जिन्हें शरीर आसानी से पचा नहीं पाता। ये बैक्टीरिया द्वारा आंतों में किण्वित हो जाते हैं, जिससे गैस बनती है और पेट फूलने लगता है।

2. अपच और दस्त: अधिक मात्रा में मटर खाने से पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। इनमें अपच, पेट में ऐंठन और दस्त शामिल हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हरे मटर में मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा आपके पाचन तंत्र को थोड़ा परेशान कर सकती है।

3. यूरिक एसिड में वृद्धि और गाउट का खतरा: हालांकि मटर का प्रोटीन ज्यादातर वनस्पति प्रोटीन से मिलकर बना होता है, फिर भी उनमें थोड़ी मात्रा में प्यूरीन भी होता है। शरीर प्यूरीन को यूरिक एसिड में बदल देता है। अगर आप पहले से ही यूरिक एसिड का स्तर अधिक रखते हैं या गाउट से पीड़ित हैं, तो अधिक मटर खाने से यूरिक एसिड का स्तर और बढ़ सकता है और गाउट के अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

4. रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है: हालांकि हरे मटर में चीनी की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है, फिर भी अधिक मात्रा में खाने से यह रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है। खासकर, मधुमेह से पीड़ित लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।

5. पोषक तत्वों का अवशोषण बाधित करना: हालांकि हरे मटर कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, लेकिन उनमें लेक्टिन जैसे एंटीन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। ये एंटीन्यूट्रिएंट्स कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं। हालांकि, खाना पकाने से इन एंटीन्यूट्रिएंट्स की मात्रा काफी कम हो जाती है।

6. एलर्जी प्रतिक्रियाएं: हालांकि दुर्लभ, कुछ लोगों को हरे मटर से एलर्जी हो सकती है। लक्षणों में त्वचा में लाल चकत्ते, सूजन, सांस लेने में तकलीफ, मुंह में झुनझुनी और पेट में ऐंठन शामिल हो सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए, मटर को मध्यम मात्रा में ही खाएं। एक बार में आधा कप से अधिक न खाएं। साथ ही, उन्हें अच्छी तरह से पकाएं। मटर को अन्य सब्जियों, फलों और साबुत अनाज के साथ संतुलित आहार में शामिल करें। अगर आपको पाचन संबंधी कोई समस्या है या यूरिक एसिड का स्तर अधिक है, तो हरे मटर का सेवन कम करने या उन्हें पूरी तरह से हटाने के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।

याद रखें, संतुलन ही कुंजी है! स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं और किसी भी एक भोजन को ज़्यादा न करें। हरे मटर को मॉडरेशन में खाएं और उनके स्वाद और पोषण का आनंद उठाएं!

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