किसानों के लिए एक बार फिर बढ़ी मुसीबत, हो सकती है बारिश
हरियाणा में अधिकतर किसानों की गेहूं की फसल कट चुकी है। लेकिन कुछ किसान अब भी ऐसे है जिनकी फसल अब भी कट रही है। और खेतों में गेहूं की फसल को काटने और गेहूं की फसल को निकलने का काम चल रहा है। मौसम विभाग ने एक बार फिर बारिश होने की संभावना जताई है। जिससे किसानों की धड़कन बढ़ गई है। मौसम विभाग ने बारिश के साथ- साथ ओलावृष्टि की भी संभवना जताई है।
26 अप्रैल की रात से 27 अप्रैल के दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में बादलवाई तथा गरज चमक के साथ उत्तरी व दक्षिण हरियाणा के जिलों में कहीं कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश परंतु पश्चिमी का असर देखा जा सकता है।
कुछ समय पहले भी इसी तरह बेमौसम बारिश हुई थी। उस बारिश के साथ- साथ ओलावृष्टि भी हुई थी। जिसके चलते कई अकड़ फसल को नुकसान हुआ था। करनाल, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर व कैथल की मंडियों में 20 लाख टन गेहूं भीग गया। इसके खराब होने का अंदेशा है। आढ़तियों का कहना है कि सरकार ने जिस एजेंसी को मंडियों से लोडिंग व गोदामों में अनलोडिंग का टेंडर दिया है, वह एजेंसी सही काम नहीं कर रही है। इतना ही नहीं उसके पास पर्याप्त लेबर न होने के कारण हालात बदतर हो गए हैं।